Durga Mantra

Durga Mantra has 9 mantra of Nine Durga Devi , Chanting these mantra will remove all Negativity from life.
Chanting Durga Mantra gives Strength and Positive energy and ablitiy to face any problems.
Below are most powerful mantra's of Maa Durga which will change your Life.

Maa Shailputri Mantra

ॐ देवी शैलपुत्र्यै नमः॥[1]
वंदे वाद्द्रिछतलाभाय चंद्रार्धकृतशेखराम |
वृषारूढां शूलधरां शैलपुत्री यशस्विनीम्‌ ||

या देवी सर्वभू‍तेषु माँ शैलपुत्री रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः||

Maa Brahmacharini Mantra

या देवी सर्वभूतेषु मां ब्रह्मचारिणी रूपे संस्थिता ।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:।।

Maa Chandraghanta Mantra

पिण्डजप्रवरारूढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता।
प्रसादं तनुते मह्यं चंद्रघण्टेति विश्रुता।।

Kushmanda Mata Mantra

देवी सर्वभू‍तेषु माँ कूष्माण्डा रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥

सुरासम्पूर्ण कलशं रुधिराप्लुतमेव च।
दधाना हस्तपद्माभ्यां कूष्माण्डा शुभदास्तु मे॥

Maa Skandamata Mantra

या देवी सर्वभू‍तेषु मां स्कंदमाता रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः
सिंहासनगता नित्यं पद्माश्रितकरद्वया.
शुभदास्तु सदा देवी स्कन्दमाता यशस्विनी॥
ॐ देवी स्कन्दमातायै नमः॥
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं स्कंदमातायै नमः

Katyayani Mata Mantra

Beej Mantra

ॐ ह्रीं नमः, चन्द्रहासोज्ज्वलकरा शार्दुलवरवाहना,
कात्यायनी शुभं दद्याद् देवी दानवघातिनी,
ॐ देवी कात्यायन्यै नमः

Stuti Mantra

या देवी सर्वभू‍तेषु माँ कात्यायनी रूपेण संस्थिता,
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः

Kovach Mantra

कात्यायनौमुख पातु कां स्वाहास्वरूपिणी,
ललाटे विजया पातु मालिनी नित्य सुन्दरी,
कल्याणी हृदयम् पातु जया भगमालिनी

Marriage Mantra

ॐ क्लीं कात्यायनि महामाये महायोगिन्यधीश्वरि ,
नंद गोप सुतं देवि पतिं में कुरुते नमः क्लीं ॐ

Devi Kalaratri Mantra

ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चै ऊं कालरात्रि दैव्ये नम:
ॐ कालरात्र्यै नम:
एकवेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता,
लम्बोष्ठी कर्णिकाकर्णी तैलाभ्यक्तशरीरिणी
वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टकभूषणा,
वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयंकरी
जय त्वं देवि चामुण्डे जय भूतार्ति हारिणि
जय सार्वगते देवि कालरात्रि नमोस्तुते
ॐ ऐं सर्वाप्रशमनं त्रैलोक्यस्या अखिलेश्वरी

Maa Mahagauri Mantra

या देवी सर्वभू‍तेषु माँ गौरी रूपेण संस्थिता।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
श्वेते वृषेसमारूढा श्वेताम्बरधरा शुचिः।
महागौरी शुभं दद्यान्महादेव प्रमोददा॥
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं महागौर्ये नम

Maa Siddhidatri Mantra

सिद्धगन्धर्वयक्षाघैरसुरैरमरैरपि।
सेव्यमाना सदा भूयात् सिद्धिदा सिद्धिदायिनी॥
वन्दे वांछित मनोरथार्थ चन्द्रार्घकृत शेखराम्।
कमलस्थितां चतुर्भुजा सिद्धीदात्री यशस्वनीम्॥
स्वर्णावर्णा निर्वाणचक्रस्थितां नवम् दुर्गा त्रिनेत्राम्।
शख, चक्र, गदा, पदम, धरां सिद्धीदात्री भजेम्॥